शहीद उधम सिंह काम्बोज के जन्मदिन के मौके पर की पुष्पांजलि अर्पित
डोईवाला : आज शहीद उधम सिंह काम्बोज का जन्मोत्सव है, जिसके उपलक्ष में बुल्लावाला गांव में काम्बोज सभा व राष्ट्रीय दलों के नेताओं ने शहीद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इस दौरान शहीद को याद करते हुवे कहा कि शहीद उधम सिंह के बलिदान को देश भुला नही सकता।
उनके अंदर देश प्रेम व जुनून की भावना का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब उन्हीने जलियांवाला बाग नरसंहार को अंजाम देने वाले जनरल डायर को उसके देश में घुसकर उन्होंने गोली मारी थी.

आपको बता दें कि 13 अप्रैल 1919 को बैसाखी के दिन जलियांवाला बाग में लोगों पर जनरल डायर ने गोलियां चलवाई थी, जिससे पूरे भारत में आक्रोश का माहौल था.
इस घटना से उधम सिंह तिलमिला गए और उन्होंने जलियांवाला बाग की मिट्टी हाथ में लेकर डायर को सबक सिखाने की प्रतिज्ञा ली थी.
अपने मिशन को अंजाम देने के लिए उधम सिंह ने अफ्रीका, नैरोबी, ब्राजील और अमेरिका की यात्रा की. सन 1934 में उधम सिंह लंदन पहुंचे और वहां उन्होंने अपना मिशन पूरा करने के लिए सही समय का इंतजार किया।
इसके बाद उधम सिंह को जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला लेने का मौका 1940 में मिला. जलियांवाला बाग नरसंहार के 21 साल बाद 13 मार्च 1940 को लंदन की रॉयल सेंट्रल एशियन सोसायटी के हाल में एक बैठक थी
जहां माइकल ओ डायर भी वक्ताओं में से एक था. उधम सिंह उस बैठक में एक मोटी किताब में रिवॉल्वर छिपाकर पहुंचे.
इसके लिए उन्होंने किताब के पृष्ठों को रिवॉल्वर के आकार में उस तरह से काट लिया था, जिससे डायर की जान लेने वाला हथियार आसानी से छिपाया जा सके.
बैठक के बाद दीवार के पीछे से उधम सिंह ने माइकल ओ डायर पर गोलियां दाग दीं. दो गोलियां माइकल ओ डायर को लगीं जिससे उसकी तत्काल मौत हो गई.
उधम सिंह ने वहां से भागने की कोशिश नहीं की और अपनी गिरफ्तारी दे दी. उन पर मुकदमा चला. 4 जून 1940 को उधम सिंह को हत्या का दोषी ठहराया गया और 31 जुलाई 1940 को उन्हें पेंटनविले जेल में फांसी दे दी गई.
आज पूरा देश शहीद उधम सिंह की बलिदान को याद करता है, जिसे कभी भुलाया नही जा सकता।
इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता मनोज काम्बोज, विजय काम्बोज, देव सिंह, कॉंग्रेस जिलाध्यक्ष गौरव चौधरी, माजरी ग्रांट मंडल अध्यक्ष राज प्रधान मोहित शर्मा रणजीत सिंह रणजोध सिंह संजय शर्मा, बबलू काम्बोज, नरेश काम्बोज, जगदीश काम्बोज, धर्मेंद्र काम्बोज, प्रीतम सिंह, ग्राम पंचायत सदस्य मंजू देवी, शुभम काम्बोज आदि ग्रामीण व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।